नई दिल्ली- लंबी दूरी की ट्रेनों में होने वाली परेशानी जैसे टॉयलेट में पानी नहीं है,ऐसी काम नहीं कर रहा है ,गंदगी फैली हुई है पैंट्री कार में मिलने वाले खाने में कोई गड़बड़ी है तो पैसेंजर सीधे सुपरिटेंडेंट से जाकर बात कर सकेंगे. सुपरिटेंडेंट को ट्रेन में होने वाली समस्या का समाधान करने की जिम्मेदारी रहेगी. समाधान न होने पर उसकी जवाबदारी रहेगी. इस संबंध में रेलवे बोर्ड जल्दी ही आदेश निकालने वाला है.इसी माह से सुपरिटेंडेंट की नियुक्ति हो जाएगी.ये पैसेंजर ट्रेनों को छोड़ कर सभी में नियुक्त रहेंगे. अभी तक राजधानी,शताब्दी जैसी ट्रेनों में ही ये सुविधा होती थी. सभी सुपरिटेंडेंट को एक बैच दिया जायेगा.जिससे यात्री उन्हें आसानी से पहचान ले.इनकी ड्यूटी आठ घंटे की रहेगी. जो ट्रेने चौबीस घंटे लेती है उसमे ट्रेन चलते समय सुपरिटेंडेंट की नियुक्ति की जाएगी लेकिन जब आठ घंटे बाद उसकी ड्यूटी ख़त्म होगी तो वह अपना बैच ट्रेन में मौजूद सबसे सीनियर टीटीई को सौपेगा और वह ड्यूटी समाप्ति तक सुपरिटेंडेंट रहेगा.
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