भोपाल-इस बार विधानसभा चुनाव में 500 करोड़ रु खर्च होने वाले है.जोकि 2013 के चुनाव में होने वाले खर्च से 61% ज्यादा है. ये पैसा राजनीतिक दल और प्रत्याशी दोनों खर्च करेंगे. पिछले चुनाव में कुल खर्च 310 करोड़ रु था.इस बार 22 फीसदी महंगाई बढ़ने और आयोग द्वारा प्रत्याशी खर्च की सीमा 16 लाख से 75 फीसदी बढ़ा कर 28 लाख रु करने का आंकड़ा 500 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है. हालांकि ये अनुमान जिन दो तरीको से लगाया गया है चुनाव बाद निर्वाचन आयोग भी कुल खर्च का हिसाब कुछ कुछ ऐसे ही लगाता है.इस बार भी कुल खर्च में सबसे बड़ा हिस्सा भाजपा का रहेगा क्योकि उसका खर्च पिछली बार के 82 करोड़ से बढ़कर 98 करोड़ रु तक पहुंच सकता है.जो कि कांग्रेस के अनुमानित खर्च से 245 % ज्यादा रहेगा. पिछले चुनाव में कांग्रेस ने करीब 28 .8 करोड़ रु अपनी प्रत्येक प्रतयाशी को खर्च करने को दिए थे. यानि 230 को 12 -12 लाख रु जबकि पार्टी का व्यय सिर्फ 4 .2 करोड़ ही था.वही भाजपा का कुल चुनावी खर्च कांग्रेस से 221 फीसदी ज्यादा था.लेकिन उसने उम्मीदवारों को कुल 56 लाख रु ही दिए थे. वह भी सिर्फ बड़े चार प्रत्याशियों की दी गई थी .जिनमे शिवराज सिंह चौहान यशोधरा राजे,जयंत मलैया और पारस जैन थे.
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