भोपाल।(सुलेखा सिंगोरिया) भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर(बीएमएचआरसी) मे डॉक्टरो के न होने से मरीज हुये परेशान। हाईकोर्ट कि सख्ती के बाद (बीएमएचआरसी) मे बंद पड़े डिपार्टमेन्ट मे डॉक्टरो कि भर्ती कि प्रक्रिया पूरी हुये 19 दिन बीत चुके है, लेकिन बावजूद इसके डॉक्टरो ने अब तक बीएमएचआरसी ने ज्वाइन नहीं किया है। इसके चलते मरीजो को इलाज के लिए निजी अस्पतालो मे जाना पड़ रहा हैं। एक गैस पीड़िता महिला को इमरजेंसी ड्रग नहीं मिला रही हैं जबकि सरकार के पास लाखो का बजट है इसके बाद भी मरीजो कि जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं। इसका खामियाजा पीड़िता को उठाना पड़ रहा हैं। मार्च मे बीएमएचआरसी कि डायरेक्टर डॉ. प्रभा देशीकन ने मॉनिटरिंग कमेटी के अध्यक्ष जस्टिस वीके अग्रवाल के साथ हुई बैठक मे कहा था कि 30 अप्रैल तक 16 विभागो मे डॉक्टर्स कि ज्वाइनिंग हो जाएगी। इसके बाद एक मई से बंद पड़ें डिपार्टमेन्ट मे मरीजो को इलाज मिलना शुरू हो जाएगा। लेकिन 19 मई तक डॉक्टरो के न होने से मरीजो को परेशानियाँ हो रही हैं, अगले महीने हाईकोर्ट मे होने वाली सुनवाई मे अपनी रिपोर्ट पेश करेगे। बीएमएचआरसी के बंद पड़े डिपार्टमेन्ट मे इलाज कि सुविधा शुरू करने के लिए यूपीएससी ने भर्ती शुरू कि थी, इसके तहत कुल 16 डॉक्टरो कि भर्ती होनी थी। मॉनिटरिंग कमेटी के सदस्य पूर्णेदु शुक्ला ने बताया कि बीएमएचआरसी मे डॉक्टरो को भर्ती कब तक होगी, इसके बारे मे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से जानकारी मांगी गई। पिछले दिनो हुई सुनवाई मे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अफसरो ने भर्ती प्रक्रिया पूरी होने कि जानकारी दी थी,
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