नई दिल्ली। भाजपा संसदीय दल की पहली बैठक मे मोदी ने बिना नाम लिए आकाश के तरफ इशारा करते हुए कहा कि बेटा किसी का भी हों ऐसा घमंड – दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं होगा। यह क्या हों रहा है? जिसके मन मे जो आ रहा हैं कर रहा हैं। फिर उसका समर्थन भी किया जा रहा हैं। वह कोई भी हों, किसी का भी बेटा हों.....मनमानी नहीं चलेगी। कहा जा रहा हैं पहले निवेदन, फिर आवेदन फिर दनादन, यह कैसी भाषा हैं? जेल से छूटने के बाद आकाश को सम्मानित किए जाने पर भी प्रधानमंत्री ने नाराजगी जताई। बोले क्या होगा अगर एक विधायक कम हों जाएगा? मोदी ने कहा कि अगर कोई गलती करता हैं तो उसमे खेद का भाव होना चाहिए।
मोदी के ब्यान पर आकाश विजयवर्गीय बोले- मोदी जी पिता तुल्य हैं। उनकी डांट भी प्यार कि तरह हैं। उनके बताए मार्ग पर चलने कि हर संभव कोशिश पूरे राजनीतिक जीवन मे करूंगा।