भोपाल। सात दिन के बाद भी अभी तक लिए गए सिंथेटिक दूध, मिलावटी मावा, पनीर और घी सैंपल्स की जांच पूरी नहीं हुई हैं। खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन के अफसरों के द्वारा जांच के दौरान पूरे प्रदेश से सिंथेटिक दूध, मिलावटी मावा, पनीर और घी के 454 सैंपल लिए थे, जिसमे से करीब 300 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। सात दिन बीतने के बाद भी अभी तक जांच का कोई पता नहीं हैं। जब की मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम के द्वारा मिलावट करने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने का आदेश दे चुके हैं,। बावजूद इसके अभी तक कोई सैंपल जांच प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाया हैं। मुख्यमंत्री मिलावटी दूध के कारोबारियों पर रासुका लगाने का आदेश दे चुके हैं, चीफ सेक्रेटरी भी सख्त कार्रवाई की बात कह रहे हैं, लेकिन हमारे सिस्टम की रफ्तार इतनी धीमी हैं की सात दिन के बाद भी जांच का कोई पता नहीं हैं। जब की ऐसे मामलो मे अपनी रफ्तार को तेज़ करके कार्रवाई को आगे बढ़ाना चाहिए। वही, शुक्रवार को भी सिलावट और मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने वीडियो कांफ्रेंसिंग की, सभी कलेक्टर, एसपी, कमिश्नर और आईजी को मिलावटी कारोबार करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने को कहा। साथ ही मोहंती ने छिंदवाड़ा कलेक्टर व सीएमएचओ से कहा कि वे अलग से प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से बात करें। कांफ्रेंसिंग के दौरान इंदौर कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने कहा कि मुरैना, भिंड, ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में पर खास ध्यान देना होगा। यूरिया-डिटर्जेंट सप्लाई करने वालों को भी नहीं छोड़ा जाए।
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