भोपाल। बिजली उपभोक्ताओ को अब सितंबर से नई दरो पर बिल चुकाने होंगे। बिजली कंपनियो के द्वारा बताए घाटे को देखते हुए विधुत विभाग ने बिजली दरो मे बढ़ोतरी कर दी हैं। खास बात यह हैं कि मध्य, पश्चिम और पूर्व तीनों विधुत कंपनिया मिलकर जिस घाटे की भर पाई नहीं कर पा रही हैं। उसका खामियाजा अब उपभोक्ताओ को भरना पड़ेगा। प्रदेश कि तीनों बिजली कंपनियों ने जब विधुत नियामक आयोग के सामने 38 हजार 163 करोड़ रु के राजस्व का दावा प्रस्तुत किया था। कंपनियो कि आय 34 हजार 65 करोड़ थी। इस तरह से खर्चो को पाटने के लिए 4098 करोड़ कि ज़रूरत बताई गई थी। एक प्रकार से यह नुकसान था। जिसे कंपनियों ने आयोग को बताकर दरे बढ़ाने कि मांग की थी।
शिवराज मे बिजली को लेकर कॉंग्रेस पर निशाना साधा- बिजली टैरिफ मे बढ़ोतरी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार पर निशाना साधा हैं। उन्होने कहा कि पहले किसानो कि झूठी कर्जमारी और अब ये “बत्ती गुल-मीटर चालू” योजना। अपने वादो से मुकरना एक सच्चे कोंग्रेसी की निशानी हैं।