भोपाल :(नुजहत सुल्तान) दरअसल 26 सितंबर को नगर निगम का मैदानी अमला दोपहर में आवारा मवेशियों को पकड़कर अन्ना नगर स्थित कांजी हाउस पहुंचा |
मवेशियों को यहां दाखिल कराया गया तो इनमें एक गाय के लंपी वायरस से संक्रमित होने की खबर मिली | निगम अमले ने फ़ोरन उसे पशु आश्रय
स्थल आसरा भेजा | लेकिन आसरा के जिम्मेदारों की लापरवाही इतनी बढ़ गई कि उन्हें पता ही नहीं चला कि लंपी संकर्मण की गाय उनके यहां आई हैं| संक्रमित गाय को दूसरी स्वस्थ गायों के साथ रखा गया जिससे दूसरी गायों के भी संक्रमित होने का डर हैं | कांजी हाउस प्रभारी नारायणदत्त मिश्रा
नें जब गाय को बारीकी से देखा तो उसके पेट पर दोनों ओर 25 से 30 गठानें थी | इस कारण शाम के वक़्त उन्होने गाय को इलाज के लिए
आसरा भेज दिया था | कांजी हाउस में जिस हौद में गायों को चारा डाला जाता हैं उनकी सफाई की गई | और घास भी बदल दी गई इसकी जानकारी
निगम की गौंसवरधन परियोजना के प्रभारी दिलीप श्रीवास्तव को दी गई | आसरा प्रबंधन का कहना हैं कि गाय में ऐसे कोई लक्षण नहीं हैं |