भोपल : ( नुजहत सुल्तान )2015 में स्मार्ट सिटी मिशन में पहले 10 शहरों में भोपाल का चयन होने पर शहर का दो श्रेणियों में विकास करना था | पहला एरिया बेस्ट डेवेलपमेंट और दूसरा पैन सिटी के तहत हेरिटेज प्रोजेक्ट, स्मार्ट पार्क, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट और सोशल सिक्योरिटी को बेहतर बनाया जाना था | लेकिन 8 साल में करीब 1,000 करोड़ रु. खर्च करने के बाद भी काम पूरे नहीं हुए और न स्मार्ट टीटी नगर बन पाया | न ही पैन प्रोजेक्ट के काम पूरे हुए | टीटी नगर एबीडी एरिया में अधिकतम 20% और पैन सिटी में 10% काम ही हुए हैं | केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए इस साल मई तक की समय सीमा तय की थी इसके बाद केंद्र और राज्य से कोई राशि नहीं मिलेगी | भोपाल अपने हिस्से की राशि साल भर पहले ले चुका हैं | कुछ राशि की उम्मीद थी लेकिन अब खत्म हो गई | अब सेल्फ फाइनेंस से प्रोजेक्ट पूरे करेंगे इस पर अमल भी शुरू कर दिया हैं, बुलेवर्ड स्ट्रीट और टीटी नगर में पलॉंट बेचकर राशि मिलेगी | फेज 1 में 2,000 मकान खाली कराए 2,000 पेड़ काटे लेकिन काम पूरा नहीं हुआ स्मार्ट सिटी फेज 2 का काम शुरू तक नहीं हुआ | स्मार्ट बाइक जैसे प्रोजेक्ट भी फेल साबित हुए इनका शहर को कोई लाभ नहीं मिला | 100 स्मार्ट पोल लग चुके हैं लेकिन, किसी भी पोल में न तो एनवायर्नमेंट सेंसर हैं और न ट्रैफिक की जानकारी देने वाले डिस्प्ले बोर्ड | 10 करोड़ खर्च कर एक दर्जन से अधिक स्थानों पर स्मार्ट पार्किंग बनाई थी, लेकिन निगम इसके संचालन के लिए कोई एजेंसी नहीं तलाश सका सिर्फ मल्टीलेवल पार्किंग में आधी अधूरी स्मार्ट पार्किंग चल रही हैं |
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