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ट्रैफिक कंट्रोल के लिए 19 करोड़ की लागत से 69 ऑटोमैटिक सिग्नल लगाने हैं, 52 लगा दिए गए, 27 तो ट्रैफिक पुलिस के लिहाज से उपयोगी ही नहीं |

भोपाल : भोपाल में बढ़ रहे ट्रैफिक  पर क़ाबू पाने के लिए अब ऑटोमैटिक ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम ( एटीसीएस ) सिग्नल लगाए जाएंगे | कंपनी को यह काम अक्टूबर 2022 में पूरा करना था, लेकिन प्रोजेक्ट 3 महीने लेट हो चुका हैं | अभी भी इसमें कम से कम एक महीने का समय और लगेगा, करीब 19 करोड़ की लागत से 69 सिग्नल लगाने की तैयारी हैं जिनमें से कुछ लोकेशन पर 52 सिग्नल लगाए जा चुके हैं लेकिन जहां सिग्नल लगाए हैं उनमें 27 सिग्नल ट्रैफिक पुलिस के हिसाब से ज़रूरी ही नहीं हैं |  इसलिए इन सिग्नल्स को ब्लिंकर के रूप में उपयोग किया जा रहा हैं | हालांकि स्मार्ट सिटी कंपनी का कहना हैं कि सभी सिग्नल ट्रैफिक पुलिस की सहमति से ही लगाए गए हैं | शहर के 69 स्थानों पर लगे सिग्नल्स को आपस में इंटीग्रेट किया जा रहा हैं | स्मार्ट कंपनी ने यह काम टेक्नोसिस कंपनी को सौंपा हैं | ये कंपनी उप्र सहित अन्य राज्यो में भी एटीसीएस को लागू करवा चुकी हैं | सिग्नल लगने  के बाद भी ये 27 सिग्नल ऐसे हैं जहां पीक आवर में ट्रैफिक गुजारने में पुलिस को रोज़ परेशानी आ रही हैं | सिग्नल चालू करने पर इन स्थानो पर ट्रैफिक रुक-रुककर चल रहा हैं | लगाए गए 52 सिग्नल्स के पास से गुजरने वाले ट्रैफिक का पैटर्न परखा जा रहा हैं, ताकि ये पता चल सके कि किस स्थान पर किस समय में कितने सेकंड की ग्रीन व रेड लाइट रखनी होगी | हर सिग्नल पर ऐसे सिस्टम लगाए जा रहे हैं जो ग्रीन लाइट होते ही ये सिग्नल अगले सिग्नल को मैसेज कर वाहनों की औसत संख्या बताएगा, जिससे वह सिग्नल उसी आधार पर टाइम घटा बढ़ा सकेगा |

 

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प्रधान संपादक समाचार संपादक
सैफु द्घीन सैफी डॉ मीनू पाण्ड्य
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