भोपाल : 11/7/2023 : इन दिनों शहर के कई छोटे बड़े सरकारी अस्पतालों की व्यवस्थाएं गड़बड़ा गई हैं सभी सरकारी अस्पतालों का नर्सिंग स्टाफ एक साथ हड़ताल पर चला गया है | जिसकी वजह से अस्पतालों में इलाज कराने के लिए आए मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है | आंदोलनकारी नर्सिंग स्टाफ ग्रेड पे, नाइट एलाउंस, नर्सिंग स्टूडेंट्स का स्टायपेड बढ़ाने जैसी 10 मांगों को लेकर आंदोलन कर रहा है | हड़ताल का असर यह हुआ है कि 10 से अधिक ऑपरेशन टालना पड़े मंगलवार से सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों की परेशानियां और अधिक बढ़ने की आशंका है | क्योंकि, मंगलवार से फार्मासिस्ट भी हड़ताल पर जा रहे हैं अगर ऐसा हुआ तो यहां मरीजों को न तो दवा काउंटर से दवाएं मिल पाएंगी और न ही वार्डों में पट्टी बांधने और इंजेक्शन लगाने जैसी सुविधाएं मिल पाएंगी | सरकारी अस्पतालों का नर्सिंग स्टाफ सुबह नौ बजे ड्यूटी पर आया और दोपहर 12 बजे तक काम किया उसके बाद नर्सिंग स्टाफ अस्पताल के बाहर इकट्ठा होकर बैठ गया | जब नर्सिंग स्टाफ ने जेपी अस्पताल में की गई हड़ताल के फोटो सोशल मीडिया पर डाले तो दूसरे अस्पतालों में भी हड़ताल शुरू हो गई | नर्सिंग स्टाफ के हड़ताल पर जाने के बाद मरीजों के इलाज की ज़िम्मेदारी संविदा वाले नर्सिंग स्टाफ पर आ गई | हालांकि, इनके लिए व्यवस्थाएं संभालना आसान नही होगा | क्योंकि, 30% स्टाफ ही संविदा वाला है | फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अंबर चौहान का कहना है कि हम अपनी मांगों के संबंध में कई बार जिम्मेदारों से मिलकर बात कर चुके हैं | हर बार हमे आश्वासन दे दिए जाते हैं | इस कारण अब फार्मासिस्ट आंदोलन करने पर मजबूर है | इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखकर वैकल्पिक व्यवस्थाएं करने को कहा है |
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