भोपाल : 26/09/2023 :( नुजहत सुल्तान ) भोपाल रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के पास से गुजरने वाली जिस हमीदिया रोड पर गड्ढों को देखकर पिछले साल सीएम ने नाराजगी जताई थी उस पर आज भी गड्ढे हैं | पुल बोगदा से लेकर शाहजहांनाबाद थाने तक 6.7 किमी की यह श्हर की पहली मेन रोड है | पांच साल पहले यह 22 करोड़ रुपए से बनी थी | लेकिन अभी अल्पना टॉकीज, भारत टॉकीज और भोपाल टॉकीज सहित कई जगहों पर गड्ढे हैं | इसी तरह 20 करोड़ रुपए खर्च कर बनी भेल क्षेत्र की प्रमुख सड़क जेके रोड की हालत ऐसी है, कि वहां से गुजरना मुश्किल हो गया है | शहर की लगभग सभी मेन रोड की हालत ऐसी ही है | डामर से बनी इन सड़कों की रिपेयरिंग पर हर साल 100 करोड़ से ज़्यादा खर्च होता है, फिर भी लोग परेशान होते हैं | हर साल बारिश के बाद सड़कों पर गहरे गड्ढे नज़र आने लगते हैं, जिससे वाहन चालकों को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ता है इन गड्ढों भरी सड़कों पर लोग हादसों का शिकार होते हैं, इसी बारिश में मीनाल गेट के सामने तीन नंबर पर जगह-जगह गड्ढे हैं, सागर हाई स्ट्रीट, तिरुपति हाइट्स बालाजी परिसर के सामने करीब 200 किमी दायरे में सल्फेस उखड़ा है | भानपुर से करोंद चौराहे के बीच छोटे बड़े 12 गड्ढे हैं, सेंट्रल जेल से संत आसाराम चौराहे के 3 किमी दायरे में सड़क जगह-जगह उखड़ी पड़ी है | विशेषज्ञों का कहना है कि, ये सड़कें अगर सीमेंट से बनी होती तो हर बार मेंटेनेंस नहीं करना पड़ता |
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