भोपाल : 25/12/2023 : कोविड काल में अस्पतालों में आए मरीजों को ऑक्सीज़न की कमी के चलते काफी परेशान होना पड़ा था, कई मरीजों की तो ऑक्सीज़न के अभाव में मौत हो गई थी | अस्पताल प्रबंधन को अस्थाई व्यवस्थाएं करनी पड़ी थी | अस्पताल में ऑक्सीज़न तो पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध थी, लेकिन उसकी सप्लाई महज 250 बेड तक ही हो पा रही थी | वहीं कुछ बेड पर ऑक्सीज़न का प्रेशर भी बहुत कम था | कोरोना काल के समय हुई समस्या को ध्यान में रखते हुए इस बार भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में अब हर बेड पर ऑक्सीज़न सप्लाई शुरू कर दी गई है | अस्पताल में ऑक्सीज़न स्टोरेज टैंक के पास प्रेशर रेग्युलेटरी सिस्टम (पीआरएस) लगाया है | वहीं बैरागढ़ और बैरसिया के अस्पतालों में तो ऑक्सीज़न प्लांट ही बंद पड़े हैं | ऐसे में जब एक बार फिर कोरोना पैर पसारने लगा है, तो यह लापरवाही भारी पड़ सकती है | गौरतलब है कि कोविड काल में ऑक्सीज़न की कमी के चलते कई मरीजों को अपनी जान से हाथ धोना पड़े थे | इससे पहले बीएमएचआरसी में सिर्फ 250 बेड पर ही ऑक्सीज़न सप्लाई होती थी, लेकिन अब 350 बेड पर सप्लाई होगी | गौरतलब है कि बीएमएचआरसी के ऑक्सीज़न स्टोरेज टैंक की क्षमता 10 किलो लीटर है, भविष्य में अस्पताल का विस्तार होने या बेड बढ़ने पर भी ऑक्सीज़न की सप्लाई सुचारु रूप से होगी और इसकी कमी नहीं होगी अस्पताल में आने वाले सभी ज़रूरतमंद मरीजों को ऑक्सीज़न मिल सकेगी |
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