ब्रेकिंग न्यूज़ मुंबई : सलमान खान के घर फायरिंग के आरोप में गिरफ्तार आरोपी हिरासत में फंदे पर लटका मौत |                खंडवा : मार्कशीट में जन्मतिथि देखकर प्रेम विवाह करने वाली लड़की निकली नाबालिग प्रेमी गिरफ्तार |                 दतिया : डायनामाइट में पत्थर मारते ही विस्फोट, दो युवकों की मौत |                इंदौर : फर्जी बिल कांड में तीन कर्मचारी बर्खास्त |                इंदौर : कांग्रेस नेता मनोज सुले ने अपने कोल्ड स्टोरेज में फांसी लगाकर की अत्महत्या |                रतलाम : गला दबाकर पत्नी की हत्या कर आत्महत्या दिखाने के लिए मुंह में डाला जहर |                आलीराजपुर : शादी में जा रहे 2 भाइयों की ट्रक की चपेट में आने से मौत |                राजगढ़ : जंगल में पेड़ पर लटका मिला 72 दिन से गायब युवक का कंकाल |                झाबुआ : साड़ी के फंदे में फर्श पर मिला युवक का शव, हत्या की आशंका |                  
डॉ. अरुणा का 3 साल में चौथी बार हुआ ट्रांसफर, बाला सरस्वती के सुसाइड का डॉ. अरुणा कुमार पर लगाया गया आरोप हुआ झूठा साबित |

भोपाल : 06/01/2024 :( नुजहत सुल्तान )  गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में जूनियर डॉक्टर बाला सरस्वती सुसाइड केस के बाद तत्कालीन एचओडी डॉ. अरुणा कुमार को हटाने, पदस्थ करने और एक बार फिर हटाने का मामला चर्चा में है | जीएमसी में पीजी की पढ़ाई कर रही डॉ. बाला सरस्वती ने अपने घर में बेहोशी के इंजेक्शन का ओवरडोज़ लेकर आत्महत्या की थी, पुलिस को उसके मोबाइल से सुसाइड नोट मिला था मामले में उसके परिजन ने कॉलेज प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए थे | तत्कालीन विभागाध्यक्ष पर भी आरोप लगाए गए थे | पीजी के छात्रों ने आंदोलन कर डॉ. अरुणा को हटाने की मांग की थी | उसके बाद डॉ. अरुणा कुमार को पद से हटा दिया गया था | उनके ट्रांसफर आदेश के विरोध में रेसिडेंट डॉक्टर्स और जूडा ने शुक्रवार से हड़ताल की चेतावनी दी थी | डॉ. अरुणा का 3 साल में चौथी बार ट्रांसफर हुआ है | पहली बार जब 2019 में डीन बनी तब जूनियर डॉक्टरों ने मोर्चा खोला | इसके बाद दोबारा डीन बनी तब आंतरिक नियुक्तियों को लेकर बाहर जाना पड़ा | उसके बाद पिछले साल बाला सरस्वती की आत्महत्या के मामले में अरुणा कुमार को हटाकर डीएमई अटैच कर दिया गया था | वहीं बाला सरस्वती की गाइड रेखा वाधवानी को एचओडी बना दिया गया | बाला सरस्वती की आत्महत्या मामले में जांच रिपोर्ट सामने आ चुकी है उसमें स्पष्ट किया गया है कि लंबे समय तक लगातार अनुपस्थिति रहने के कारण बाला सरस्वती का एडमिशन निरस्त करने की नौबत आ गई थी, लेकिन तत्कालीन एचओडी डॉ. अरुणा कुमार ने डीन से अनुरोध कर बाला सरस्वती की रीज्वाइनिंग कराई, डॉ. कुमार की मदद से ही बाला सरस्वती की रिज्वाइनिंग हो पाई थी | जांच रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि थिसिस लेट होने के कारण गाइड डॉ. रेखा वाधवानी और को-गाइड डॉ. पल्लवी सिंह ने बाला सरस्वती से एक माफीनामा लिखवाया था | यह माफीनामा डॉ. रेखा वाधवानी के कक्ष से बरामद भी हुआ, जो पुलिस को सौंपा गया था | सभी गवाहों और सबूतों में यह बात सामने आई है कि बाला सरस्वती ने जीएमसी से जुड़े किसी भी सदस्य या प्रबंधन से प्रताड़ित होकर सुसाइड नहीं किया था | इसलिए यह साफ है कि जीएमसी से कोई भी सदस्य जिम्मेदार नहीं है | दूसरी ओर बाला सरस्वती के पति पर लगे आरोपों की पुष्टि जरूर हुई है कि उसने दहेज के लिए उसे प्रताड़ित किया था | जल्द ही इस पूरे मामले में फाइनल रिपोर्ट सौंपी जाएगी |

 

Advertisment
 
प्रधान संपादक समाचार संपादक
सैफु द्घीन सैफी डॉ मीनू पाण्ड्य
Copyright © 2016-17 LOKJUNG.com              Service and private policy              Email : lokjung.saify@gmail.com