भोपाल : 08/01/2024 : प्रदेश का इकलौता सरकारी मेडिकल कॉलेज सतना 250 करोड़ रु. की लागत से बनाया गया, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अप्रैल 2023 में इसका उद्धाटन किया, और 45 डॉक्टर्स को खुद जुलाई में तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नियुक्ति पत्र सौंपे थे | लेकिन 6 महीने बाद भी इन डॉक्टर्स को वेतन नहीं दिया गया | डॉक्टर्स ने सरकार से अपील की है कि अब दो वक्त का खाना भी मुश्किल होता जा रहा है | मेडिकल कॉलेज में 41 चिकित्सा शिक्षक पदस्थ हैं, जिनमें से 15 सतना जिला अस्पताल में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं | बावजूद इसके एनएमसी ने कॉलेज को 6 महीने बाद ही मान्यता रद्द का नोटिस थमाते हुए कहा कि आपके यहां तो डॉक्टर्स की उपस्थिती ही नहीं है | ऐसे में क्यों न आपकी मान्यता की कार्रवाई पर रोक लगा दी जाए | जबकि इस कॉलेज में 150 एमबीबीएस के छात्र पढ़ रहे हैं, इन्हें पढ़ाने के लिए प्रथम वर्ष के छात्रों को ऑटोप्सी अनिवार्य होती है, इसके लिए बॉडी नहीं है | लैब के लिए रिएजेंट खरीदने तक के पैसे नहीं हैं | मेडिकल काउंसिल के नियमानुसार पर्याप्त स्टॉफ भी नहीं है | एनएमसी ने सिर्फ एलओआई जारी किया है, मान्यता के लिए टीम जनवरी में आने वाली है | मान्यता खत्म हुई तो 150 छात्रों का भविष्य संकट में पड़ जाएगा |
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