भोपाल : 15/02/2024 : नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत हो रहे रिफॉर्म के अंतर्गत प्रदेश के विश्वविद्दालय और कॉलेजों को तीन तरह से अपना विजन-मिशन रोडमैप तैयार करना होगा | इसके तहत शॉर्ट टर्म मीडीयम टर्म और लॉंन्ग टर्म प्लान शामिल है | यह दो, पाँच, और दस वर्ष को ध्यान में रखकर तैयार किए जाएंगे | यूजीसी ने इन्स्टीट्यूशनल डेवलपमेंट प्लान के तहत अलग-अलग पैमाने तय किए हैं | इसके तहत उच्च शिक्षण संस्थानों को अकादमिक तौर पर मजबूती प्रदान करने के लिए अपना रोडमैप तैयार करना होगा | इसका सीधा लाभ छात्रों को मिलेगा | विजन एंड मिशन रोडमैप में उन पैमानों को भी शामिल करना होगा, जिसके माध्यम से वे छात्रों की स्किल में वैल्यू एडीशन करेंगे | इसके लिए अलग-अलग मॉड्यूल तैयार करना होंगे | इसी के साथ इसके लिए अलग से पेपर तैयार कर छात्रों का मूल्यांकन किया जा सकेगा | यूजीसी ने कहा है कि पारंपरिक कोर्सेस में उन तकनीकों को भी शामिल किया जाए जो छात्रों को डिमांड के हिसाब से तैयार कर सके | इसी के साथ कॉलेजों में संचालित होने वाले विभिन्न सेल्फ फाइनेंस्ड कोर्स भी इस तरह से डिजाइन किए जाएंगे जो कि इंडस्ट्री की डिमांड के मुताबिक हों, इसी के साथ यह छात्रों की फ्यूचर ग्रोथ में मददगार हों, कॉलेज इसके लिए इंडस्ट्री एक्सपर्ट से भी मदद ले सकते हैं कि उन्हें किस तरह के मैन पावर की जरूरत है | उन्हें अपना करिकुलम भी इंडस्ट्री की डिमांड के मुताबिक अपडेट करना होगा |
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