भोपाल : 06/03/2024 : शहर के कई इलाक़ों में घरों घर जाकर कचरा उठाने के लिए नगर-निगम की गाड़ियां आए दिन गाड़ी पंचर होने का बहाना बनाकर कचरा कलेक्ट नहीं करती हैं | शहर की सफाई व्यवस्था से जुड़े निगम अधिकारियों की मानें तो जितनी गाड़ियां हर रोज़ पंचर होने का बहाना बनाती है असल में वह पंचर होती ही नहीं | गाड़ी पर तैनात कर्मचारी गाड़ी पंचर होने का बहाना बनाकर गाड़ी खड़ी कर देते हैं | अधिकतर गाड़ियों की हवा निकाल दी जाती है | जिससे शहर में कचरा नहीं उठने से सफाई व्यवस्था प्रभावित होती है | लेकिन अब कर्मचारी गाड़ी पंचर होने का बहाना बनाकर गाड़ी खड़ी नहीं कर पाएंगे | क्योंकि अब नगर-निगम की ओर से शहर के सभी 14 कचरा कलेक्शन सेंटर पर मिनी सर्विस स्टेशन की व्यवस्था शुरू की जा रही है | यहां गाड़ियों के पंचर बनाने की व्यवस्था शुरू होने से हर दिन पंचर होने वाले वाहनों की संख्या आधी रह जाएगी | इतना ही नहीं इन गाड़ियों के धुलने की व्यवस्था भी यहां की गई है | गौरतलब है कि निगम की 800 से अधिक गाड़ियां शहर के अलग-अलग इलाकों में घर-घर से कचरा कलेक्ट करती हैं | इनमें से हर रोज़ 100 से अधिक गाड़ियां कचरा उठाने नहीं पहुँचती हैं | इनमें सबसे अधिक गाड़ियां पंचर होने के कारण नहीं चलती हैं | अफसरों का कहना है कि जो गाड़ियां तकनीकी खराबी से कचरा कलेक्शन के लिए नहीं निकलती हैं, उनके स्थान पर वैकल्पिक वाहनों की व्यवस्था की जा रही है | लेकिन 100 गाड़ियां अतिरिक्त खरीदकर पंचर होने वाली गाड़ियों के विकल्प के तौर पर खड़ा करना संभव नहीं था | इसी कारण यह व्यवस्था शुरू की जा रही है | एक अस्थाई सर्विस स्टेशन तैयार करने में 30 हज़ार रु. खर्च हुए हैं |
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