भोपाल : 18/03/2024 : 26 दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कॉरीडोर हटाने के निर्देश दिए थे, इसके करीब एक महीने बाद 20 जनवरी से कॉरीडोर हटाने का काम शुरू हो गया था जो अब तक जारी है | लेकिन इस एक महीने में संबंधित एजेंसियों के बीच कोई तालमेल नहीं बनने से कॉरीडोर हटाने का काम बार-बार बंद करना पड़ता है | दरअसल, नगर-निगम और पीडब्ल्यूडी ने अपने-अपने हिस्से की रेलिंग हटाने के लिए एजेंसी तय कर दी, लेकिन सड़क के बीच में बने बस स्टॉप और बिजली पोल हटाने की कोई योजना नहीं बनाई | नतीजतन रेलिंग हटाने के बाद भी ट्रैफिक जाम के हालात बने हुए हैं | अब तक लगभग 10 किमी कॉरीडोर हटाया जा चुका है, लेकिन 48 में से सिर्फ 18 बस स्टॉप ही हटाए गए हैं | बैरागढ़ में पूरे 5 किमी का कॉरीडोर हट गया, लेकिन 4 बस स्टॉप अब भी सड़क के बीच खड़े हुए हैं | नगर-निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की तरफ से बार-बार कहने के बाद भी बस स्टॉप हटाने का काम धीमी गति से किया जा रहा है | हैरत की बात तो यह है कि बस स्टॉप हटाने के बाद कहां लगाना है इसकी कोई जगह निर्धारित नहीं है | जिस कंपनी ने पीपीपी आधार पर बस स्टॉप लगाए हैं, उसे ही यह तय करना है कि सड़क के किनारे आसपास बस स्टॉप कहा लगा दिए जाएं | ग्रीन बेल्ट, साइकिल ट्रैक और फुटपाथ आदि के कारण बस स्टॉप के लिए सड़क किनारे जगह ढूँढना भी आसान नहीं है | कंपनी अपनी मर्ज़ी से बस टॉप लगाएगी तो बाद में ट्रैफिक में बाधा भी बन सकते हैं |
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