भोपाल : 19/04/2024 : सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में पढ़ाई की गुणवत्ता जानने के लिए राज्य शिक्षा केंद्र का मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान (एफएलएन) टेस्ट लिया गया जिसका रिजल्ट मार्च में जारी किया गया था | यह रिजल्ट बताता है कि सरकारी स्कूलो के बच्चे गणित में अधिक होशियार और हिन्दी व अंग्रेज़ी में कमजोर हैं | यह भी सामने आया कि क्लास बढ़ने के साथ बच्चों की क्षमता भी कम हो रही है, जो चिंता का विषय है | स्कूलों में शिक्षा के स्तर को लेकर ये सोचने वाला मसला है | राज्य शिक्षा केंद्र ने अलग-अलग स्कूलों में रेंडमली पहली से तीसरी क्लास तक के बच्चों का टेस्ट लेने पर पाया कि अंग्रेजी में 61, हिन्दी में 74 और गणित में 87 फीसदों बच्चे पास हुए हैं | इस दौरान अंग्रेजी में शब्द रचना से लेकर अभिवादन करने, कहानी सुनाने, प्रश्न वाचक, नकारात्मक वाक्य बोलने, संज्ञा सर्वनाम, लोअर व अपर केस लेटर्स की पहचान, खुद की हॉबी बताने, तीन, चार व पांच अक्षरों के शब्द पहचानने और लिखने जैसे कई टेस्ट लिए गए थे | हिन्दी में मात्रा व बिना मात्रा वाले शब्द, कविता सुनाने, तीन से लेकर आठ वर्ण के शब्द लिखने, सुनाने, ध्वनि जागरूकता, संयुक्त अक्षरों के शब्द, शब्दांश लेखन, एक या दो मात्रा वाले शब्द लिखने व सुनाने जैसे टेस्ट थे | वहीं गणित में आकार तुलना, वजन, समय, लंबाई मापन, पैटर्न व संख्या पहचानने, क्रम से संख्या लिखना, संख्या तुलना, जोड़ घटाना, आदि प्रश्न थे | बच्चों ने हिन्दी व अंग्रेजी भाषा की तुलना में गणित में हार्ड लेवल तक के सवालों के जवाब बेहतर तरीके से हल किए |
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