भोपाल : 26/04/2024 : गुरुवार दोपहर 3 बजे के करीब आदमपुर छावनी की खंती में आग लग गई खंती में आग लगने की यह सालभर में आठवीं घटना है | खंती में इस समय कम से कम 2.5 लाख टन कचरे के पहाड़ बने हुए हैं | इस दो घंटे में कम से कम 50 टन कचरा जलकर खाक हो गया जिसमें अधिकतर प्लास्टिक है | आग बुझाने के बावजूद देर शाम तक आदमपुर छावनी के आसपास दो किमी के एरिया में धुएं के बादल छाए हुए थे | राजधानी से सटे हुए इलाक़े के ग्रामीण इस धुएं के बीच से गुजर रहे थे | आग के कारण आदमपुर छावनी के आसपास करीब एक दर्जन गाँव की आबोहवा प्रदूषित हो गई | पड़रिया, बिलखिरिया, शांति नगर, समरधा, अर्जुन नगर, हरिपुरा, छावनी आदि में प्रदूषण फ़ैल रहा है | इन गांवों की आबादी लगभग 12 हज़ार है | आदमपुर छावनी में यूं तो हर महीने डेढ़ महीने में आग लगती रहती है | लेकिन साल में एक बार बड़ी आग जरूर लगती है | गौरतलब है कि इससे पहले जनवरी 2022 में और फरवरी 2023 में ऐसी आग लगी थी | 2024 में मार्च और अप्रैल में दो बार आग लग चुकी है | यहां एक फायर ब्रिगेड रहती थी, लेकिन पिछले महीने आग के बाद 4 दमकलें तैनात हैं, आग लगने पर 5 टैंकर बुलवाए गए | जहां आग लगी थी वहाँ संप टैंक बना हुआ है | आदमपुर में प्रोसेसिंग के बाद बचे हुए इनर्ट वेस्ट को जमीन में दबाने के लिए साइंटिफिक लैंडफिल साइट है, लेकिन यहां साधारण कचरा भरा जा रहा है, जो इस इलाक़े की जमीन को खराब करेगा | नगर-निगम अधिकारियों को जब इसकी भनक लगी तो कंपनी को नोटिस दिया है फिर भी कचरा भरने का काम जारी है | प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व सदस्य हरभजन शिवहरे ने कहा कि कचरे की प्रोसेसिंग कर रही कंपनी को मई अंत तक पूरा कचरा साफ करना है | आग लगना षड्यंत्र हो सकता है |
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